हैलो दोस्तों, आज हम लोग महासागरीय धाराओं के बारे में अध्ययन करेंगे।
Hello friends, today we will study about ocean currents.
महासागरीय धाराएं :-
महासागर के जल के सतत एवं निर्देष्ट दिशा वाले प्रवाह को महासागरीय धारा कहते हैं। एक निश्चित दिशा में बहुत अधिक दूरी तक महासागरीय जल की एक राशि के प्रवाह को महासागरीय जलधारा (Ocean Current) कहते हैं. इन्हें समुद्री धाराएँ भी कहते हैं। वस्तुतः महासागरीय धाराएं, महासागरों के अन्दर बहने वाली उष्ण या शीतल नदियाँ हैं। प्रायः ये भ्रांति होती है कि महासागरों में जल स्थिर रहता है, किन्तु वास्तव मे ऐसा नही होता है। महासागर का जल निरंतर एक नियमित गति से बहता रहता है और इन धाराओं के विभिन्न रूप देखने को मिलते हैं। प्राकृतिक धारा में प्रमुख अपवहन धारा एवं स्ट्रीम करंट होती हैं। एक स्ट्रीम करंट की कुछ सीमाएं होती हैं, जबकि अपवहन धारा के बहाव की कोई विशिष्ट सीमा नहीं होती। पृथ्वी पर रेगिस्तानों का निर्माण जलवायु के परिवर्तन के कारण होता है। उच्च दाब के क्षेत्र एवं ठंडी महासागरीय जल धाराएं ही वे प्राकृतिक घटनाएं हैं, जिनकी क्रियाओं के फलस्वरूप सैकड़ों वर्षों के बाद रेगिस्तान बनते हैं।
Ocean currents: -
The flow of ocean water in a continuous and directed direction is called ocean current. The flow of an amount of ocean water for a very long distance in a certain direction is called Ocean Current. They are also called sea currents. In fact, ocean currents are warm or cold rivers flowing in the oceans. It is often mistaken that water in the oceans remains constant, but in reality it does not happen. The water of the ocean flows continuously at a regular speed and various forms of these currents are seen. The major drainage stream and stream current are in the natural stream. A stream current has some limitations, while the flow of a drainage stream has no specific limit. Deserts on Earth are created due to climate change. Areas of high pressure and cold ocean water currents are natural phenomena, whose actions result in deserts after hundreds of years.
महासागरीय धाराओं की उत्पत्ति :-
महासागरीय धारा बनने के मुख्यत: तीन कारण होते हैं - प्रथम तो जल में लवण की मात्रा एक स्थान की अपेक्षा दूसरे स्थान पर बदलती है, इसलिए सागरीय जल के घनत्व में भी स्थान के साथ-साथ परिवर्तन आता है। द्रव्यों की प्राकृतिक प्रवृत्ति जिसमें वे अधिक घनत्व वाले क्षेत्र की ओर अग्रसर होते हैं, के कारण धाराएं बनती हैं। दूसरे कारण में सूर्य की किरणें जल की सतह पर एक समान नहीं पड़तीं। इस कारण जल के तापमान में असमानता आ जाती है। इसके कारण संवहन धारा पैदा होते हैं। तीसरा कारण सागर की सतह के ऊपर बहने वाली तेज हवाएं होती हैं। उनमें भी जल में तरंगें पैदा करने की क्षमता होती है। ये तरंगें पृथ्वी की परिक्रमा से भी बनती हैं। इस घूर्णन के कारण पृथ्वी के उत्तरी हिस्से में घड़ी की दिशा में धाराएं बनती हैं। इस प्रकार मुख्य कारणों में निम्न आते हैं:
धरती का घूर्णन
पवन
विभिन्न स्थानों के तापमान का अन्तर
विभिन्न स्थानों के जल के खारापन का अन्तर
चन्द्रमा का गुरुत्वाकर्षण
Origin of ocean currents: -
There are mainly three reasons for the formation of ocean currents - first, the amount of salt in the water changes from one place to another, so the density of ocean water also changes with the location. The natural tendency of liquids in which they lead to the area of higher density causes currents. In the second reason, the rays of the sun do not fall on the surface of the water. This causes inequality in water temperature. This creates convection currents. The third reason is strong winds flowing above the surface of the ocean. They also have the ability to produce waves in water. These waves are also formed by orbiting the Earth. This rotation causes clockwise currents in the northern part of the Earth. Thus, the main reasons are:
Earth rotation
air
Temperature difference of different places
Diffusion of water salinity at different places
Moon gravity
महासागरीय धाराओं के प्रकार :-
महासागरीय धाराएं दो प्रकार की होती हैं।
गर्म जलधारा-
निम्न अक्षांशों में उष्ण कटिबंधों से उच्च समशीतोष्ण और उपध्रुवीय कटिबंधों की ओर बहने वाली जलधाराओं को गर्म जलधारा कहते हैं।
यह प्राय: भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर चलती है. इनके जल का तापमान मार्ग में आने वाले जल के तापमान से अधिक होता है. अत: यह धाराएँ जिन क्षेत्रों में चलती हैं वहाँ का तापमान बढ़ा देती हैं।
ठंडी जलधारा-
उच्च अक्षांशों से निम्न अक्षांशों की ओर बहने वाली जलधारा को ठंडी जलधारा कहते हैं. यह प्राय: ध्रुवों से भूमध्य रेखा की ओर चलती है. इनका तापमान रास्तें में आने वाले जल के तापमान से कम होता है. अत: यह धाराएँ जिन क्षेत्रों में चलती हैं वहाँ का तापमान घटा देती हैं।
Types of ocean currents: -
There are two types of ocean currents.
Hot stream
The streams flowing from the tropical tropics to the lower temperate and subipolar tropics in the lower latitudes are called warm streams.
It often moves from the equator towards the poles. Their water temperature is higher than the temperature of the water coming in the way. Therefore, these currents increase the temperature in the areas where they run.
Cold stream
The stream flowing from high latitudes to low latitudes is called cold stream. It often moves from the poles towards the equator. Their temperature is lower than the temperature of the water coming in the paths. Therefore, these currents reduce the temperature in the areas where they run.
महासागरीय जलधाराओं की विशेषताएँ :-
महासागरीय जलधाराओं की निम्नलिखित विशेषताएँ होती हैं:
धाराएँ एक विशाल नदी की तरह समुद्रों में बहती हैं । लेकिन इनके प्रवाह की गति और चैड़ाई एक जैसी नहीं होती ।
जल धाराएँ भी कॉरिओलिस बल के प्रभाव के कारण हवाओं की तरह ही भूगोल के नियम का पालन करती हैं ।
लेकिन हिन्द महासागर के उत्तरी भाग में धाराओं की दिशा कॉरिओलिस बल से निर्धारित न होकर मौसमी हवाओं से निर्धारित होती हैं । यह जल धाराओं के नियम का एक अपवाद है ।
गर्म धाराएँ ठण्डे सागर की ओर तथा ठण्डी धाराएँ गर्म सागर की ओर प्रवाहित होती हैं ।
निम्न अक्षांशों में पश्चिमी तटों पर ठण्डी जल धाराएँ तथा पूर्वी तटों पर गर्म जल धाराएँ बहती हैं।
Characteristics of oceanic streams: -
Oceanic streams have the following characteristics:
The currents flow into the seas like a huge river. But the speed and width of their flow is not the same.
Water currents also follow the law of geography just like winds due to the influence of Coriolis force.
But the direction of currents in the northern part of the Indian Ocean is determined not by the force of Coriolis but by seasonal winds. This is an exception to the law of water streams.
Warm currents flow towards the cold sea and cold currents flow towards the warm ocean.
In the lower latitudes, cold water currents flow on the western coasts and warm water currents on the eastern coasts.
महासागरीय धाराओं का महत्त्व :-
महासागरीय धाराओं का स्थानीय मौसम एवं उद्योग पर काफी प्रभाव पड़ता है।
महासागरीय धाराएँ समुद्री तटों के तापक्रम को प्रभावित करती हैं । जैसे गर्म पानी की धारा अपनी ऊष्मा के कारण ठण्डे समुद्री तटों के बर्फ को पिघलाकर उसमें जहाजों के आवागमन को सुगम बना देती हैं । साथ ही पानी के पिघलने के कारण वहाँ मछली पकड़ने की सुविधा मिल जाती है ।
बड़ी महासागरीय धाराएँ पृथ्वी की उष्मा को संतुलित बनाए रखने में योगदान देती हैं ।
महासागरीय धाराएँ अपने साथ प्लेंकटन नामक घास भी लाती हैं, जो मछलियों के लिए उपयोगी होती हैं । पेरु तट पर अलनीनो प्रभाव के कारण प्लेंकटन नष्ट हो जाते हैं, जबकि गल्फस्ट्रीम की प्लेंक्टन, न्यू फाऊलैण्ड पर पहुँचकर वहाँ महाद्वीपीय उद्योग के लिए अनुकूल परिस्थियाँ बना देते हैं ।
गर्म और ठण्डी धाराओं के मिलन स्थल पर कुहरा छा जाता है, जिससे जहाजों को बहुत नुकसान उठाना पउ़ता है। न्यूफाऊलैण्ड में हमेशा कुहरा छाये रहने के कारण वहाँ गल्फस्ट्रीम नामक गर्म जल धारा तथा लेप्रोडोर नामक ठण्डी जल धारा का मिलना ही है ।
ठण्डी धाराएँ अपने साथ बर्फ के बड़े-बड़े खण्ड भी लाती है, जो जहाजों के टकरा कर दुर्घटना का कारन बनती हैं।
उत्तरी गोलार्ध की जलधाराएँ अपनी दाई ओर तथा दक्षिणी गोलार्ध की जलधाराएँ अपनी बाई ओर प्रवाहित होती हैं. यह कारिओलीस बल के प्रभाव के कारण होता है।
महासागरीय जलधारों के संचरण की सामान्य व्यवस्था का एकमात्र अपवाद हिन्द महासागर से उत्तरी भाग में पाया जाता है. इस भाग में धाराओं के प्रवाह की दिशा मानसूनी पवन के दिशा के साथ बदल जाती है।
गर्म जलधाराएँ ठंडे सागरों के ओर और ठंडी जलधाराएँ गर्म सागरों की ओर बहने लगती हैं।
Importance of ocean currents: -
Ocean currents have a great impact on local weather and industry.
Ocean currents affect the temperature of the coasts. For example, a stream of hot water melts the ice of cold seashores due to its heat and facilitates the movement of ships in it. Also, due to melting of water, fishing facility is available there.
Large ocean currents contribute to keeping the Earth's heat balanced.
Ocean currents also carry grass called plankton, which are useful for fishes. The plankton are destroyed by the Alnino influence on the Peru coast, while Gulfstream's plankton arrive at Newfoundland creating favorable conditions for continental industry there.
Fog envelopes the meeting point of hot and cold currents, causing the ships to suffer a lot of damage. In Newfoundland, due to always having a mist, there is to be found a hot water stream called Gulfstream and cold water stream called Leprodor.
The cold currents also bring with them large blocks of ice, which collide with the ships, causing accidents.
The Northern Hemisphere's streams flow to its right and the Southern Hemisphere's streams flow to its left. This is due to the influence of the Cariolis force.
The only exception to the general system of ocean ocean circulation is found in the northern part of the Indian Ocean. In this section the direction of flow of currents changes with the direction of monsoon wind.
Warm streams flow towards the cold seas and cold streams flow towards the warm seas.
विश्व की प्रमुख महासागरीय धाराएँ :-
प्रशांत महासागर की गर्म जलधाराएँ-
उत्तरी विषुवत रेखीय जलधारा
क्युरेशियो की जलधारा
उत्तरी प्रशांत जलप्रवाह
अलास्का की जलधारा
एनलिलो जलधारा
सुशीमा की जलधारा
दक्षिण विषुवत रेखीय जलधारा
पूर्वी ऑस्ट्रेलिया की जलधारा
विपरीत विषुवत रेखीय जलधारा
प्रशांत महासागर की ठंडी जलधाराएँ-
क्यूराइल विषुवत रेखीय जलधारा
कैलिफ़ोर्निया की जलधारा
अंटार्टिका की जलधारा
हम्बोल्ट या पेरुवियन की जलधारा
अटलान्टिक महासागर की गर्म जलधाराएँ-
उत्तरी विषुवत रेखीय जलधारा
गल्फस्ट्रीम जलधारा
फ्लोरिडा जलधारा
दक्षिण विषुवत रेखीय जलधारा
ब्राजील जलधारा
विपरीत विषुवत रेखीय गिनी जलधारा
इरमिंजर की जलधारा
अटलान्टिक महासागर की ठंडी जलधाराएँ-
लेब्राडोर की जलधारा
बेंगुएला की जलधारा
कनारी जलधारा
पूर्वी ग्रीनलैंड की जलधारा
अंटार्टिका की जलधारा
फ़ॉकलैंड की जलधारा
हिन्द महासागर की गर्म एवं स्थायी जलधाराएँ-
दक्षिण विषुवतरेखीय जलधारा
मोजाम्बिक की जलधारा
अगुलहास की जलधारा
हिन्द महासागर की ठंडी एवं स्थायी जलधाराएँ-
पश्चिम ऑस्ट्रेलिया की जलधारा
Major ocean currents of the world: -
Warm Streams of the Pacific Ocean
Northern equatorial stream
Quercio stream
North Pacific waterflood
Alaskan waters
Enlilo stream
The stream of sushima
South equator
Eastern Australia
Reverse equatorial stream
Cold Streams of the Pacific Ocean
Curile Equator Linear Stream
California
Antarctica
Humboldt or Peruvian waters
Warm streams of the Atlantic Ocean-
Northern equatorial stream
Gulfstream Stream
Florida stream
South equator
Brazil stream
Reverse equator linear guinea
Stream of Irminger
Cold streams of the Atlantic Ocean-
Labrador's waters
The stream of benguela
Canary stream
East Greenland
Antarctica
Falkland Stream
Warm and permanent streams of the Indian Ocean-
South equator
Mozambique
The stream of Agulhas
Cold and permanent streams of the Indian Ocean-
The waters of western australia.
Thank You.
Hello friends, today we will study about ocean currents.
महासागरीय धाराएं :-
महासागर के जल के सतत एवं निर्देष्ट दिशा वाले प्रवाह को महासागरीय धारा कहते हैं। एक निश्चित दिशा में बहुत अधिक दूरी तक महासागरीय जल की एक राशि के प्रवाह को महासागरीय जलधारा (Ocean Current) कहते हैं. इन्हें समुद्री धाराएँ भी कहते हैं। वस्तुतः महासागरीय धाराएं, महासागरों के अन्दर बहने वाली उष्ण या शीतल नदियाँ हैं। प्रायः ये भ्रांति होती है कि महासागरों में जल स्थिर रहता है, किन्तु वास्तव मे ऐसा नही होता है। महासागर का जल निरंतर एक नियमित गति से बहता रहता है और इन धाराओं के विभिन्न रूप देखने को मिलते हैं। प्राकृतिक धारा में प्रमुख अपवहन धारा एवं स्ट्रीम करंट होती हैं। एक स्ट्रीम करंट की कुछ सीमाएं होती हैं, जबकि अपवहन धारा के बहाव की कोई विशिष्ट सीमा नहीं होती। पृथ्वी पर रेगिस्तानों का निर्माण जलवायु के परिवर्तन के कारण होता है। उच्च दाब के क्षेत्र एवं ठंडी महासागरीय जल धाराएं ही वे प्राकृतिक घटनाएं हैं, जिनकी क्रियाओं के फलस्वरूप सैकड़ों वर्षों के बाद रेगिस्तान बनते हैं।
Ocean currents: -
The flow of ocean water in a continuous and directed direction is called ocean current. The flow of an amount of ocean water for a very long distance in a certain direction is called Ocean Current. They are also called sea currents. In fact, ocean currents are warm or cold rivers flowing in the oceans. It is often mistaken that water in the oceans remains constant, but in reality it does not happen. The water of the ocean flows continuously at a regular speed and various forms of these currents are seen. The major drainage stream and stream current are in the natural stream. A stream current has some limitations, while the flow of a drainage stream has no specific limit. Deserts on Earth are created due to climate change. Areas of high pressure and cold ocean water currents are natural phenomena, whose actions result in deserts after hundreds of years.
महासागरीय धाराओं की उत्पत्ति :-
महासागरीय धारा बनने के मुख्यत: तीन कारण होते हैं - प्रथम तो जल में लवण की मात्रा एक स्थान की अपेक्षा दूसरे स्थान पर बदलती है, इसलिए सागरीय जल के घनत्व में भी स्थान के साथ-साथ परिवर्तन आता है। द्रव्यों की प्राकृतिक प्रवृत्ति जिसमें वे अधिक घनत्व वाले क्षेत्र की ओर अग्रसर होते हैं, के कारण धाराएं बनती हैं। दूसरे कारण में सूर्य की किरणें जल की सतह पर एक समान नहीं पड़तीं। इस कारण जल के तापमान में असमानता आ जाती है। इसके कारण संवहन धारा पैदा होते हैं। तीसरा कारण सागर की सतह के ऊपर बहने वाली तेज हवाएं होती हैं। उनमें भी जल में तरंगें पैदा करने की क्षमता होती है। ये तरंगें पृथ्वी की परिक्रमा से भी बनती हैं। इस घूर्णन के कारण पृथ्वी के उत्तरी हिस्से में घड़ी की दिशा में धाराएं बनती हैं। इस प्रकार मुख्य कारणों में निम्न आते हैं:
धरती का घूर्णन
पवन
विभिन्न स्थानों के तापमान का अन्तर
विभिन्न स्थानों के जल के खारापन का अन्तर
चन्द्रमा का गुरुत्वाकर्षण
Origin of ocean currents: -
There are mainly three reasons for the formation of ocean currents - first, the amount of salt in the water changes from one place to another, so the density of ocean water also changes with the location. The natural tendency of liquids in which they lead to the area of higher density causes currents. In the second reason, the rays of the sun do not fall on the surface of the water. This causes inequality in water temperature. This creates convection currents. The third reason is strong winds flowing above the surface of the ocean. They also have the ability to produce waves in water. These waves are also formed by orbiting the Earth. This rotation causes clockwise currents in the northern part of the Earth. Thus, the main reasons are:
Earth rotation
air
Temperature difference of different places
Diffusion of water salinity at different places
Moon gravity
महासागरीय धाराओं के प्रकार :-
महासागरीय धाराएं दो प्रकार की होती हैं।
गर्म जलधारा-
निम्न अक्षांशों में उष्ण कटिबंधों से उच्च समशीतोष्ण और उपध्रुवीय कटिबंधों की ओर बहने वाली जलधाराओं को गर्म जलधारा कहते हैं।
यह प्राय: भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर चलती है. इनके जल का तापमान मार्ग में आने वाले जल के तापमान से अधिक होता है. अत: यह धाराएँ जिन क्षेत्रों में चलती हैं वहाँ का तापमान बढ़ा देती हैं।
ठंडी जलधारा-
उच्च अक्षांशों से निम्न अक्षांशों की ओर बहने वाली जलधारा को ठंडी जलधारा कहते हैं. यह प्राय: ध्रुवों से भूमध्य रेखा की ओर चलती है. इनका तापमान रास्तें में आने वाले जल के तापमान से कम होता है. अत: यह धाराएँ जिन क्षेत्रों में चलती हैं वहाँ का तापमान घटा देती हैं।
Types of ocean currents: -
There are two types of ocean currents.
Hot stream
The streams flowing from the tropical tropics to the lower temperate and subipolar tropics in the lower latitudes are called warm streams.
It often moves from the equator towards the poles. Their water temperature is higher than the temperature of the water coming in the way. Therefore, these currents increase the temperature in the areas where they run.
Cold stream
The stream flowing from high latitudes to low latitudes is called cold stream. It often moves from the poles towards the equator. Their temperature is lower than the temperature of the water coming in the paths. Therefore, these currents reduce the temperature in the areas where they run.
महासागरीय जलधाराओं की विशेषताएँ :-
महासागरीय जलधाराओं की निम्नलिखित विशेषताएँ होती हैं:
धाराएँ एक विशाल नदी की तरह समुद्रों में बहती हैं । लेकिन इनके प्रवाह की गति और चैड़ाई एक जैसी नहीं होती ।
जल धाराएँ भी कॉरिओलिस बल के प्रभाव के कारण हवाओं की तरह ही भूगोल के नियम का पालन करती हैं ।
लेकिन हिन्द महासागर के उत्तरी भाग में धाराओं की दिशा कॉरिओलिस बल से निर्धारित न होकर मौसमी हवाओं से निर्धारित होती हैं । यह जल धाराओं के नियम का एक अपवाद है ।
गर्म धाराएँ ठण्डे सागर की ओर तथा ठण्डी धाराएँ गर्म सागर की ओर प्रवाहित होती हैं ।
निम्न अक्षांशों में पश्चिमी तटों पर ठण्डी जल धाराएँ तथा पूर्वी तटों पर गर्म जल धाराएँ बहती हैं।
Characteristics of oceanic streams: -
Oceanic streams have the following characteristics:
The currents flow into the seas like a huge river. But the speed and width of their flow is not the same.
Water currents also follow the law of geography just like winds due to the influence of Coriolis force.
But the direction of currents in the northern part of the Indian Ocean is determined not by the force of Coriolis but by seasonal winds. This is an exception to the law of water streams.
Warm currents flow towards the cold sea and cold currents flow towards the warm ocean.
In the lower latitudes, cold water currents flow on the western coasts and warm water currents on the eastern coasts.
महासागरीय धाराओं का महत्त्व :-
महासागरीय धाराओं का स्थानीय मौसम एवं उद्योग पर काफी प्रभाव पड़ता है।
महासागरीय धाराएँ समुद्री तटों के तापक्रम को प्रभावित करती हैं । जैसे गर्म पानी की धारा अपनी ऊष्मा के कारण ठण्डे समुद्री तटों के बर्फ को पिघलाकर उसमें जहाजों के आवागमन को सुगम बना देती हैं । साथ ही पानी के पिघलने के कारण वहाँ मछली पकड़ने की सुविधा मिल जाती है ।
बड़ी महासागरीय धाराएँ पृथ्वी की उष्मा को संतुलित बनाए रखने में योगदान देती हैं ।
महासागरीय धाराएँ अपने साथ प्लेंकटन नामक घास भी लाती हैं, जो मछलियों के लिए उपयोगी होती हैं । पेरु तट पर अलनीनो प्रभाव के कारण प्लेंकटन नष्ट हो जाते हैं, जबकि गल्फस्ट्रीम की प्लेंक्टन, न्यू फाऊलैण्ड पर पहुँचकर वहाँ महाद्वीपीय उद्योग के लिए अनुकूल परिस्थियाँ बना देते हैं ।
गर्म और ठण्डी धाराओं के मिलन स्थल पर कुहरा छा जाता है, जिससे जहाजों को बहुत नुकसान उठाना पउ़ता है। न्यूफाऊलैण्ड में हमेशा कुहरा छाये रहने के कारण वहाँ गल्फस्ट्रीम नामक गर्म जल धारा तथा लेप्रोडोर नामक ठण्डी जल धारा का मिलना ही है ।
ठण्डी धाराएँ अपने साथ बर्फ के बड़े-बड़े खण्ड भी लाती है, जो जहाजों के टकरा कर दुर्घटना का कारन बनती हैं।
उत्तरी गोलार्ध की जलधाराएँ अपनी दाई ओर तथा दक्षिणी गोलार्ध की जलधाराएँ अपनी बाई ओर प्रवाहित होती हैं. यह कारिओलीस बल के प्रभाव के कारण होता है।
महासागरीय जलधारों के संचरण की सामान्य व्यवस्था का एकमात्र अपवाद हिन्द महासागर से उत्तरी भाग में पाया जाता है. इस भाग में धाराओं के प्रवाह की दिशा मानसूनी पवन के दिशा के साथ बदल जाती है।
गर्म जलधाराएँ ठंडे सागरों के ओर और ठंडी जलधाराएँ गर्म सागरों की ओर बहने लगती हैं।
Importance of ocean currents: -
Ocean currents have a great impact on local weather and industry.
Ocean currents affect the temperature of the coasts. For example, a stream of hot water melts the ice of cold seashores due to its heat and facilitates the movement of ships in it. Also, due to melting of water, fishing facility is available there.
Large ocean currents contribute to keeping the Earth's heat balanced.
Ocean currents also carry grass called plankton, which are useful for fishes. The plankton are destroyed by the Alnino influence on the Peru coast, while Gulfstream's plankton arrive at Newfoundland creating favorable conditions for continental industry there.
Fog envelopes the meeting point of hot and cold currents, causing the ships to suffer a lot of damage. In Newfoundland, due to always having a mist, there is to be found a hot water stream called Gulfstream and cold water stream called Leprodor.
The cold currents also bring with them large blocks of ice, which collide with the ships, causing accidents.
The Northern Hemisphere's streams flow to its right and the Southern Hemisphere's streams flow to its left. This is due to the influence of the Cariolis force.
The only exception to the general system of ocean ocean circulation is found in the northern part of the Indian Ocean. In this section the direction of flow of currents changes with the direction of monsoon wind.
Warm streams flow towards the cold seas and cold streams flow towards the warm seas.
विश्व की प्रमुख महासागरीय धाराएँ :-
प्रशांत महासागर की गर्म जलधाराएँ-
उत्तरी विषुवत रेखीय जलधारा
क्युरेशियो की जलधारा
उत्तरी प्रशांत जलप्रवाह
अलास्का की जलधारा
एनलिलो जलधारा
सुशीमा की जलधारा
दक्षिण विषुवत रेखीय जलधारा
पूर्वी ऑस्ट्रेलिया की जलधारा
विपरीत विषुवत रेखीय जलधारा
प्रशांत महासागर की ठंडी जलधाराएँ-
क्यूराइल विषुवत रेखीय जलधारा
कैलिफ़ोर्निया की जलधारा
अंटार्टिका की जलधारा
हम्बोल्ट या पेरुवियन की जलधारा
अटलान्टिक महासागर की गर्म जलधाराएँ-
उत्तरी विषुवत रेखीय जलधारा
गल्फस्ट्रीम जलधारा
फ्लोरिडा जलधारा
दक्षिण विषुवत रेखीय जलधारा
ब्राजील जलधारा
विपरीत विषुवत रेखीय गिनी जलधारा
इरमिंजर की जलधारा
अटलान्टिक महासागर की ठंडी जलधाराएँ-
लेब्राडोर की जलधारा
बेंगुएला की जलधारा
कनारी जलधारा
पूर्वी ग्रीनलैंड की जलधारा
अंटार्टिका की जलधारा
फ़ॉकलैंड की जलधारा
हिन्द महासागर की गर्म एवं स्थायी जलधाराएँ-
दक्षिण विषुवतरेखीय जलधारा
मोजाम्बिक की जलधारा
अगुलहास की जलधारा
हिन्द महासागर की ठंडी एवं स्थायी जलधाराएँ-
पश्चिम ऑस्ट्रेलिया की जलधारा
Major ocean currents of the world: -
Warm Streams of the Pacific Ocean
Northern equatorial stream
Quercio stream
North Pacific waterflood
Alaskan waters
Enlilo stream
The stream of sushima
South equator
Eastern Australia
Reverse equatorial stream
Cold Streams of the Pacific Ocean
Curile Equator Linear Stream
California
Antarctica
Humboldt or Peruvian waters
Warm streams of the Atlantic Ocean-
Northern equatorial stream
Gulfstream Stream
Florida stream
South equator
Brazil stream
Reverse equator linear guinea
Stream of Irminger
Cold streams of the Atlantic Ocean-
Labrador's waters
The stream of benguela
Canary stream
East Greenland
Antarctica
Falkland Stream
Warm and permanent streams of the Indian Ocean-
South equator
Mozambique
The stream of Agulhas
Cold and permanent streams of the Indian Ocean-
The waters of western australia.
Thank You.
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