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Condensation.

हैलो दोस्तों आज हम लोग संघनन(Condensation) के बारे में अध्ययन करेंगे।
Hello friends, today we will study about condensation.

संघनन(Condensation) :-
Condensation
Image source- Google Image by- Thinglink.com

जल के गैसीय अवस्था से तरल या ठोस अवस्था में होने वाले परिवर्तन को संघनन कहते हैं। संघनन को प्रभावित करने वाले दो प्रमुख कारक हैं।
  1. वायु की सापेक्षिक आर्द्रता
  2. तापमान में कमी
जब वायुमंडल के तापमान में कमी आती हैं तो धूल कणों का संघनन शुरू हो जाता हैं। इन कणों को संघनन केंद्र कहते हैं। धूल, धुआँ और समुद्री नमक के कण अच्छे संघनन के केंद्र माने जाते हैं।
संघनन की क्रिया से ओस, कुहरा, कुहासा तथा बादल बनते हैं, जोकि संघनन के ही विविध रूप हैं।
वायु के जिस तापमान पर जल अपनी गैसीय अवस्था (जलवाष्प) से तरल या ठोस अवस्था में बदलता है तो उसे ओसांक कहते हैं।
  • जब ओसांक हिमांक के नीचे होता हैं तो तुषार, हिम, पक्षाभ मेघ आदि का निर्माण होता हैं।
  • जब ओसांक हिमांक से ऊपर होता हैं तो ओस, कुहारा, कुहासा एवं बादल का निर्माण होता हैं।


Condensation :-

 The change that occurs from the gaseous state of water to a liquid or solid state is called condensation.  There are two major factors affecting condensation.

 1. Relative humidity of air

 2. Temperature reduction

 When the temperature of the atmosphere decreases, condensation of dust particles starts.  These particles are called condensation centers.  Dust, smoke and sea salt particles are considered centers of good condensation.

 The action of condensation creates dew, fog, mist and clouds, which are different forms of condensation.

 The temperature at which the water changes from its gaseous state (water vapor) to liquid or solid state is called Osank.

 When the dew point is below freezing point, frost, snow, pallabh cloud etc. are formed.

 When dew point is above freezing point, dew, cloud, mist and cloud are formed.

ओस, तुषार(पाला), कुहारा(धुंध) तथा ओला क्या होता है।
What is dew, frost (fost), kuhara (mist) and hail.

ओस(Dew) :-
जब वायुमंडल की निचली परत का तापमान गिरकर ओसांक से नीचे पहुँच जाता हैं तो वायु में उपस्थित जलवाष्प का संघनन जल की छोटी -छोटी बूंदो के रूप में धरातल पर पेड़ पौधों पत्तियों पर हो जाता हैं। इसे ही ओस कहा जाता हैं।
Dew
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Dew :-
 When the temperature of the lower layer of the atmosphere falls and falls below the dew point, the condensation of water vapor present in the air in the form of small drops of water on the ground leaves the plants on the ground.  This is called dew.

तुषार या पाला (Fost) :-
पृथ्वी के धरातल पर जब वायु का तापमान 0°C से नीचे चला जाता हैं, तब जलवाष्प बूंदो के रूप में संघनित होने के स्थान पर सीधे हिम कणों के रूप में जम जाती हैं। हिम के रूप में जमी हुई ओस ही पाला कहलाती हैं।
Frost
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Frost(Fost) :-
When the air temperature drops below 0 ° C on the earth's surface, then instead of condensing as water droplets, it freezes directly as snow particles.  Frozen dew in the form of snow is called frost.

कुहारा (धुंध) Fog(Haze) :-
जब तापमान में कमी होने पर वायुमंडल की निचली परत के धूल या धुंए के कणों पर जलवाष्प के कण संघनित हो जाते हैं तो कुहारा या धुंध का कहलाता हैं।
जब दृश्यता 200 मीटर से कम होती हैं तो इसे कुहारा कहते हैं और जब दृश्यता 1 किमी से अधिक और 2 किमी से कम होती हैं तो धुंध कहलाती हैं।
Fog
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Fog(Haze) Mist :-
When there is a decrease in temperature, the particles of water vapor condense on the dust or smoke particles of the lower layer of the atmosphere, it is called a mist or mist.
 When the visibility is less than 200 meters, it is called Kuhara and when the visibility is more than 1 km and less than 2 km, it is called mist.
ओला(Hail) :-
जब जल की बूंदे जम जाती हैं और इनके कणों का आकार बढ़ता हैं तब ये भारी होकर नीचे गिरना शुरू कर देते हैं। इसे ही ओला कहते हैं। ये कपासी मेघो से गिरते हैं।
Hail
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Hail :-
When the water droplets freeze and the size of their particles increases, then they start falling down heavier.  This is called Ola.  These kapasi fall from the cloud.
                                                Thank You.


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